वॉर्नर ब्रदर्स डिस्कवरी ने की नई ओरिजिनल डॉक्यू-सीरीज़ ‘एक था राजा विद अकुल त्रिपाठी’ की घोषणा, 7 अगस्त से हो रही प्रसारित

यह दमदार सीरीज़ उन महान शासकों के जीवन को दर्शाती है जिन्होंने सदियों तक भारत को हमलावरों से बचाया
8 अगस्त: वॉर्नर ब्रदर्स डिस्कवरी एक नयी इंडियन ओरिजिनल डॉक्यू-सीरीज़ ‘एक था राजा विद अकुल त्रिपाठी’ लॉन्च करने जा रहा है, जो 7 अगस्त 2025 से रात 9 बजे डिस्कवरी चैनल और डिस्कवरी+ पर विशेष रूप से प्रसारित होगी। यह शो दिलचस्प कहानी कहने के अंदाज़ को समृद्ध ऐतिहासिक किस्सों के साथ जोड़ता है और भारत के मशहूर और गुमनाम राजाओं-रानियों की बहादुरी और हिम्मत को फिर से ज़िंदा करता है। इसमें गोरिल्ला युद्ध रणनीति बनाने वाले योद्धाओं, नौसेना के जांबाज़ सिपाहियों और साम्राज्य बनाने वालों की कहानियाँ शामिल हैं।
यह आठ एपिसोड की सीरीज़ दर्शकों को समय और ज्योग्राफिकल बाउंडरीज़ के पार ले जाती है। गढ़वाल (उत्तराखंड) और मालवा (पश्चिम मध्य प्रदेश) से लेकर राजपुताना (राजस्थान), दक्कन (महाराष्ट्र और तेलंगाना), कर्नाटक और कश्मीर तक — हर कहानी एक ऐसे शासक की झलक दिखाती है, जिसकी बहादुरी ने इतिहास की दिशा बदल दी। भारत और साउथ एशियन डायस्पोरा के दर्शकों तक इसे पहुँचाने के लिए यह सीरीज़ सात भाषाओं — अंग्रेज़ी, हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और बांग्ला — में उपलब्ध होगी।
‘एक था राजा’को होस्ट कर रहे हैं अकुल त्रिपाठी — जो एक भावुक कहानीकार, संस्कृति के जानकार और भारत में ऐतिहासिक विषयों पर सबसे सम्मानित आवाज़ों में से एक हैं। उनकी खास शैली इस सीरीज़ को गंभीरता भी देती है और दर्शकों के लिए इसे सहज भी बनाती है।
यह शो ऐसे अद्भुत शासकों और लीडर्स को पेश करता है जिनकी विरासत इतिहास के पन्नों में कहीं खोई नहीं है, बल्कि आज भी ज़िंदा है — जैसे गोंडवाना की रानी दुर्गावती, जिन्होंने मुगलों के खिलाफ अपने राज्य की रक्षा करते हुए प्राण दे दिए; अब्बक्का चौटा, तटीय कर्नाटक की जुझारू रानी जिन्होंने पुर्तग़ाली आक्रमणकारियों को चुनौती दी; और कश्मीर के ललितादित्य मुक्तापीड, जो क्षेत्र के सबसे शक्तिशाली साम्राज्यों में से एक के निर्माता माने जाते हैं। इसके अलावा शो में शामिल हैं कुछ प्रतिष्ठित नाम जैसे —महाराणा प्रताप और राणा सांगा (राजस्थान), पेशवा बाजीराव प्रथम (महाराष्ट्र), राजा छत्रसाल (बुंदेलखंड), और गढ़वाल की रानी कर्णावती — जिन्होंने अपनी भूमि, जनता और संस्कृति की रक्षा अद्वितीय साहस और रणनीतिक कुशलता के साथ की।
इस शो के लॉन्च पर, वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी के फैक्चुअल एंटरटेनमेंट, लाइफस्टाइल और किड्स, साउथ एशिया के प्रमुख, साई अभिषेक ने कहा, “एक ब्रांड के तौर पर, हम हमेशा से ही प्रभावशाली कहानियों को सामने लाने में विश्वास रखते हैं, और ‘एक था राजा’ इसी सोच को आगे बढ़ाता है। इस सीरीज़ के ज़रिए, हमें नेतृत्व, बलिदान और दृढ़ता की कहानियों को एक नए, सिनेमैटिक अंदाज़ में पेश करते हुए गर्व महसूस हो रहा है। यह बहुत अच्छी बात है कि हमें इन कहानियों को सुनाने के लिए अतुल्य कहानीकार, अकुल त्रिपाठी का साथ मिला है। उनका वर्णन दर्शकों को भारत के कुछ महानतम योद्धाओं के जीवन में एक पूरी तरह से डूबा देने वाला अनुभव देगा।”
इस साल अगस्त में डिस्कवरी, भारत में अपनी कहानियों के 30 साल, और दुनिया भर में 40 साल पूरे कर रहा है। अकुल त्रिपाठी के साथ ‘एक था राजा’ शो इस कमिटमेंट को दिखाता है कि वो देश के रिच और डाइवर्स रीजनल हिस्ट्रीज को सेलिब्रेट करने वाली कहानियों को हाईलाइट करते रहेंगे।
होस्ट, अकुल त्रिपाठी ने कहा, “इतिहास अक्सर जीतने वालों के नज़रिए से लिखा जाता है। पर भारत का इतिहास ऐसे कमाल के लोगों से भरा है जिन्होंने हमलावरों और मुश्किलों का डटकर मुकाबला किया। ‘एक था राजा’ के ज़रिए हम इन्हीं लीडर्स को सम्मान देना चाहते हैं। हम दर्शकों को यह भी याद दिलाना चाहते हैं कि भारत की आज़ादी की जड़ें जितनी हम सोचते हैं, उससे कहीं ज़्यादा गहरी हैं। यह इन कहानियों को नई पीढ़ी तक पहुँचाने का भी एक तरीका है, ताकि वे भारत की विरासत को समझें और यह याद रखें कि साहस और लीडरशिप हमेशा से हमारे डीएनए का हिस्सा रहे हैं।”
हर एपिसोड में जीत, बहादुरी, खोए हुए राज्यों और ऐसे योद्धाओं की शानदार कहानियों को दिखाया गया है, जिन्होंने इस उपमहाद्वीप में संघर्ष की विरासत को आकार दिया। इन कहानियों में और गहराई लाने के लिए, शाही वंशजों, इतिहासकारों और सांस्कृतिक विशेषज्ञों के इंटरव्यू भी शामिल हैं, जो इन अमर विरासतों के बारे में खास संदर्भ और महत्वपूर्ण जानकारी देते हैं।
अकुल त्रिपाठी के साथ ‘एक था राजा’ 7 अगस्त 2025 से रात 9 बजे, सिर्फ डिस्कवरी चैनल और डिस्कवरी+ पर शुरू हो रहा है। यह सीरीज दक्षिण-पूर्व एशिया में एचबीओ मैक्स पर भी स्ट्रीम होगी।